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Karun Nair Comeback : केएल राहुल ने निभाया सच्चे दोस्त का फर्ज

8 साल बाद भारतीय टेस्ट टीम में Karun Nair Comeback ने क्रिकेट फैंस को चौंका दिया है। जानिए कैसे केएल राहुल ने अपने बचपन के दोस्त का साथ निभाया और इंग्लैंड सीरीज़ से पहले उसकी हिम्मत को बढ़ाया। यह कहानी है दोस्ती, मेहनत और जज्बे की।

Karun Nair Comeback

करुण नायर की टेस्ट टीम में वापसी: केएल राहुल ने निभाई सच्चे दोस्त की भूमिका

जब किसी खिलाड़ी को सालों तक इंतज़ार करने के बाद दोबारा मौका मिले, तो वो सिर्फ एक सेलेक्शन नहीं होता – वो एक जज़्बा होता है, एक कहानी होती है जिद और जुनून की। करुण नायर की भारतीय टेस्ट टीम में वापसी भी कुछ ऐसी ही कहानी है। और इस पूरी कहानी में उनके सबसे करीबी दोस्तों में से एक, केएल राहुल, ने जो भूमिका निभाई है, वो दिल को छू लेने वाली है।

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एक दोस्त का साथ – राहुल और करुण की जोड़ी

केएल राहुल और करुण नायर सिर्फ टीममेट्स नहीं हैं, वो बचपन से दोस्त रहे हैं। दोनों ने साथ में अंडर-19, कर्नाटक और इंडिया A के लिए क्रिकेट खेला है। जब करुण को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ के लिए स्क्वाड में शामिल किया गया, तो सबसे पहले राहुल ने दिल से खुशी जताई।

राहुल ने कहा, “मैं करुण को बहुत सालों से जानता हूं। जिस तरह से उसने खुद को तैयार किया है, वो वाकई प्रेरणादायक है। इंग्लैंड में अकेले रहकर खेलना, काउंटी क्रिकेट खेलना, वहां की परिस्थितियों को समझना और फिर इंडिया A के लिए शानदार पारी खेलना – ये सब आसान नहीं था।”

8 साल बाद मौका – करुण का दूसरा टेस्ट जीवन

क्या आप जानते हैं कि करुण नायर ने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ ही 303 रन की नाबाद पारी खेली थी? वो भारत के लिए ट्रिपल सेंचुरी बनाने वाले सिर्फ दूसरे बल्लेबाज़ बने थे। लेकिन इसके बाद उनका करियर अचानक जैसे ठहर सा गया।

2017 के बाद उन्हें टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया, और फिर सालों तक कोई कॉल नहीं आया। कई खिलाड़ी ऐसे हालात में हार मान लेते हैं, लेकिन करुण ने हार नहीं मानी।

उन्होंने चुपचाप अपने गेम पर काम किया। 2024 में उन्होंने काउंटी क्रिकेट खेला और वहां लगातार रन बनाए। इसी प्रदर्शन की बदौलत उन्हें फिर से इंडिया A टीम में मौका मिला – और वहां उन्होंने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 204 रनों की ज़बरदस्त पारी खेल दी।

“मैंने कभी हार नहीं मानी” – करुण का बयान

करुण का कहना है, “जब आपको लगातार नजरअंदाज़ किया जाए, तो खुद पर भरोसा बनाए रखना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन मुझे पता था कि एक न एक दिन मौका ज़रूर मिलेगा। मैंने खुद से वादा किया था कि जब भी मौका आएगा, मैं तैयार रहूंगा।”

और वो तैयार थे – मानसिक रूप से भी और तकनीकी रूप से भी।

राहुल की शांति और समझदारी

केएल राहुल सिर्फ एक टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ नहीं हैं, वो अब भारतीय टीम के अनुभवी खिलाड़ियों में शामिल हैं। खासकर विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट से ब्रेक के बाद, राहुल जैसे खिलाड़ियों पर ज़िम्मेदारी और बढ़ गई है।

राहुल खुद भी इंग्लैंड में इंडिया A के लिए खेले और वहां एक बेहतरीन शतक (116 रन) जमाया। इसका मतलब ये है कि वो भी इंग्लैंड की पिचों और ड्यूक गेंद के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

उन्होंने कहा, “हम सबको पता है कि इंग्लैंड में टेस्ट खेलना कितना चुनौतीपूर्ण होता है। करुण ने वहां समय बिताया है, सीखा है, मेहनत की है – इसलिए मैं जानता हूं कि वो इस बार शानदार करेगा।”

नई टेस्ट पीढ़ी और करुण की भूमिका

अब जब भारत एक नई टेस्ट पीढ़ी की ओर बढ़ रहा है – जहां शुभमन गिल, यशस्वी जैसवाल, रुतुराज गायकवाड़ जैसे युवा खिलाड़ी मुख्य भूमिकाओं में हैं – वहां करुण नायर जैसे शांत, तकनीकी रूप से साउंड खिलाड़ी टीम में संतुलन लाते हैं।

Karun Nair Comeback का एक और फायदा ये है कि मिडिल ऑर्डर को स्थिरता मिलेगी। अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के बाद जो खालीपन था, करुण उसे भर सकते हैं – और अगर राहुल जैसा अनुभवी खिलाड़ी उनका साथ दे, तो ये जोड़ी टीम इंडिया के लिए बेहद कारगर साबित हो सकती है।

दोस्ती जो सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं

राहुल और करुण की ये दोस्ती सिर्फ ड्रेसिंग रूम या मैदान तक सीमित नहीं है। राहुल ने कई बार पब्लिक प्लेटफॉर्म पर करुण का जिक्र किया है। उन्होंने करुण को “best buddy” कहा और कहा कि वो हमेशा उसके साथ खड़े हैं।

ऐसे समय में जब क्रिकेट एक प्रोफेशनल गेम बन गया है, ऐसे सच्चे दोस्त कम ही मिलते हैं जो आपके मुश्किल समय में भी आपको सपोर्ट करें – न कि सिर्फ आपकी कामयाबी पर तालियां बजाएं।

“Karun Nair Comeback” – एक कीवर्ड, एक भावना

इस बार जब कोई “Karun Nair Comeback” गूगल करेगा, तो ये सिर्फ एक खिलाड़ी की वापसी नहीं होगी – ये होगी एक मेहनत की जीत, एक दोस्त की दुआ और एक इंसान की हिम्मत की कहानी।

इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज़ में जब करुण बल्लेबाज़ी के लिए उतरेंगे, तो सिर्फ उनके बल्ले की परीक्षा नहीं होगी – बल्कि उनके पिछले आठ सालों की मेहनत, इंतज़ार और इरादे का इम्तिहान भी होगा।

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निष्कर्ष – एक वापसी जो प्रेरणा बन सकती है

Karun Nair Comeback हमें ये सिखाती है कि अगर आप लगातार मेहनत करते रहें, तो देर भले हो जाए – लेकिन इंसाफ ज़रूर होता है। और जब आपके साथ ऐसा दोस्त हो जैसे केएल राहुल, जो सिर्फ प्रशंसा नहीं करता बल्कि आपको मानसिक ताकत भी देता है – तो फिर आपकी जीत लगभग तय होती है।

अब देखना ये होगा कि क्या करुण नायर इस मौके को पूरी तरह भुना पाते हैं या नहीं – लेकिन इतना तय है कि क्रिकेट प्रेमियों को उनकी वापसी की ये कहानी सालों तक याद रहेगी।

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