MS Dhoni को ICC’s Hall of Fame में किया गया शामिल। जानिए उनकी उपलब्धियां, करियर और क्यों ये सम्मान उनके लिए है बेहद खास।
एमएस धोनी की ऐतिहासिक उपलब्धि: अब शामिल हुए ICC’s Hall of Fame में
भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक गर्व का क्षण आया है। भारत के पूर्व कप्तान और क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक महेंद्र सिंह धोनी को ICC’s Hall of Fame में शामिल किया गया है। यह सम्मान दुनिया के उन चुनिंदा क्रिकेटरों को मिलता है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अपनी प्रतिभा, समर्पण और उपलब्धियों से नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया हो।
धोनी अब उन दिग्गजों की श्रेणी (ICC’s Hall of Fame) में शामिल हो गए हैं जिनका नाम क्रिकेट इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है।
क्या है ICC’s Hall of Fame?
ICC’s Hall of Fame इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की ओर से शुरू की गई एक प्रतिष्ठित पहल है, जिसका मकसद उन महान खिलाड़ियों को विशेष मान्यता देना है जिन्होंने क्रिकेट को सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक भावना बना दिया। इस पहल की शुरुआत वर्ष 2009 में की गई थी और तभी से इसमें केवल उन्हीं चुनिंदा दिग्गजों को शामिल किया गया है जिनका प्रभाव क्रिकेट जगत पर अमिट रहा है।
इस सम्मान के लिए खिलाड़ी की उपलब्धियां, खेल भावना, नेतृत्व क्षमता, टीम के लिए योगदान और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसका प्रभाव देखा जाता है। यह केवल आंकड़ों का खेल नहीं है, बल्कि इसमें खिलाड़ी की समग्र छवि और योगदान को आंका जाता है।
एमएस धोनी की यात्रा: एक छोटे शहर से क्रिकेट की बुलंदियों तक
महेंद्र सिंह धोनी का सफर बेहद प्रेरणादायक रहा है। एक छोटे से शहर रांची से निकलकर, धोनी ने न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जगह बनाई, बल्कि उसे अपने अंदाज़ से बदल भी दिया।
धोनी ने भारत को तीन आईसीसी ट्रॉफी दिलाई:
महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाते हुए भारत को तीन बड़ी ICC ट्रॉफियां जिताईं—2007 में पहला T20 वर्ल्ड कप, 2011 में 28 साल बाद वनडे वर्ल्ड कप, और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी। वे अब तक विश्व क्रिकेट के इकलौते कप्तान हैं जिन्होंने ये तीनों प्रतिष्ठित ट्रॉफियां अपने नेतृत्व में जीतकर इतिहास रच दिया।
धोनी की बल्लेबाज़ी की खासियत, विकेट के पीछे उनकी तेज़ नजर और कप्तानी में लिए गए साहसिक फैसले उन्हें एक अलग ही श्रेणी में रखते हैं। “कैप्टन कूल” कहे जाने वाले धोनी हमेशा मैदान पर शांति बनाए रखते थे और दबाव की स्थिति में भी दो कदम आगे सोचते थे, जिससे वे मुश्किल से मुश्किल हालात में भी टीम को जीत दिलाने में सफल रहे।
धोनी का करियर आंकड़ों की नजर से
- टेस्ट क्रिकेट: 90 मैच, 4876 रन, 6 शतक
- वनडे इंटरनेशनल: 350 मैच, 10773 रन, 10 शतक
- टी20 इंटरनेशनल: 98 मैच, 1617 रन
- कुल विकेट कीपिंग रिकॉर्ड: 829 कैच और 195 स्टंपिंग
उनका फिनिशिंग स्टाइल, विशेषकर 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ छक्का मारकर मैच खत्म करना, क्रिकेट इतिहास की सबसे यादगार पारियों में से एक बन गई है।
और किन दिग्गजों को मिला है यह सम्मान?
इस साल ICC’s Hall of Fame में महेंद्र सिंह धोनी समेत कुल 8 खिलाड़ियों को शामिल किया गया। इनके नाम हैं:
- महेंद्र सिंह धोनी (भारत)
- केविन पीटरसन (इंग्लैंड)
- हर्शल गिब्स (साउथ अफ्रीका)
- मेग लैनिंग (ऑस्ट्रेलिया)
- एलिस पेरी (ऑस्ट्रेलिया)
- मोहम्मद यूसुफ (पाकिस्तान)
- चामिंडा वास (श्रीलंका)
- सारा टेलर (इंग्लैंड)
इन सभी खिलाड़ियों ने अपने-अपने देश के लिए शानदार प्रदर्शन किया है और क्रिकेट को नई पहचान दिलाई है।
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धोनी के चयन पर क्रिकेट जगत की प्रतिक्रिया
जैसे ही यह खबर सामने आई कि महेंद्र सिंह धोनी को ICC’s Hall of Fame में जगह मिली है, पूरे सोशल मीडिया पर उन्हें बधाइयाँ देने का सिलसिला शुरू हो गया। भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “धोनी सिर्फ एक कप्तान नहीं थे, बल्कि उन्होंने एक युग को परिभाषित किया। इस सम्मान से हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है।”
वहीं सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया, “धोनी का यह सफर दिखाता है कि कड़ी मेहनत, शांत दिमाग और आत्मविश्वास से कोई भी सपनों को सच कर सकता है।”
विराट कोहली ने भी इंस्टाग्राम पर स्टोरी डालते हुए लिखा, “You deserve this and more Mahi bhai. Legend forever.”
धोनी की लोकप्रियता का राज
धोनी सिर्फ क्रिकेटर नहीं हैं, वो एक ब्रांड, एक विचारधारा और करोड़ों लोगों की प्रेरणा हैं। उनकी सबसे बड़ी खूबी है – दबाव में ठहराव। जब पूरी टीम घबराती है, तब धोनी शांत रहते हैं और सही निर्णय लेते हैं। यही उन्हें महान बनाता है।
उन्होंने हमेशा टीम को पहले रखा, अपनी तारीफों से दूर रहे, और मैदान पर ही नहीं, मैदान के बाहर भी अपने साधारण जीवन के लिए जाने जाते हैं।
निष्कर्ष: धोनी का सम्मान, हर भारतीय का सम्मान
एमएस धोनी का ICC’s Hall of Fame में चुना जाना केवल एक खिलाड़ी की सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि यह उन तमाम युवाओं के लिए उम्मीद की किरण है जो छोटे शहरों से बड़े सपने लेकर निकलते हैं। यह सम्मान बताता है कि मजबूत इरादे, मेहनत और संयम से कोई भी व्यक्ति असंभव को संभव बना सकता है।
धोनी आज भी क्रिकेट फैन्स के दिलों में बसते हैं, और यह सम्मान उनके अद्भुत करियर का सुनहरा अध्याय है।