WTC Final 2025: South Africa vs Australia के बीच लॉर्ड्स टेस्ट के दूसरे दिन पैट कमिंस और कगिसो रबाडा ने गेंद से कहर बरपाया। जानें कैसे बदलता रहा मैच का रुख और तीसरे दिन क्या हो सकती है रणनीति।
South Africa vs Australia: WTC Final 2025 में दूसरे दिन उठा मुकाबले का पारा
दुनिया की दो सबसे मज़बूत टेस्ट टीमों – दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया – के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का फाइनल मुकाबला जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, रोमांच वैसा ही गहराता जा रहा है। दूसरे दिन के खेल ने ना सिर्फ मैच का रुख बदला बल्कि दर्शकों की सांसें भी थाम दीं। लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले जा रहे इस मुकाबले में “South Africa vs Australia” की टक्कर हर सत्र में नई कहानी लिख रही है।
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ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी – संघर्ष में भी दम
South Africa vs Australia के मैच में पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी 212 रन पर खत्म की थी। बल्लेबाज़ों को संघर्ष करना पड़ा क्योंकि पिच तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मददगार थी। साउथ अफ्रीका के गेंदबाज़ों ने शानदार लाइन-लेंथ के साथ कसी हुई गेंदबाज़ी की। रबाडा और एनरिक नॉर्खिया ने मिलकर कंगारुओं की कमर तोड़ दी, लेकिन फिर भी ऑस्ट्रेलिया सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में सफल रहा।
दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी – उम्मीदों पर पानी
दूसरे दिन की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका की पारी से हुई, लेकिन उम्मीदों के उलट प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। पूरी टीम सिर्फ 138 रनों पर ढेर हो गई। पैट कमिंस ने घातक गेंदबाज़ी करते हुए 6 विकेट झटके और एक के बाद एक बल्लेबाज़ों को पवेलियन भेजा। उनकी गेंदबाज़ी इतनी सटीक और आक्रामक थी कि अफ्रीकी बल्लेबाज़ों के पास कोई जवाब नहीं था।
South Africa vs Australia के मैच में कमिंस ने इस दौरान अपने टेस्ट करियर का 300वां विकेट भी लिया, और इस यादगार पारी को और खास बना दिया। यह पारी साबित करती है कि जब वो लय में होते हैं, तो दुनिया का कोई भी बल्लेबाज़ टिक नहीं सकता।
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी – मजबूत शुरुआत, लेकिन गिरते विकेट
पहली पारी में 74 रनों की लीड लेने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी की शुरुआत की। लेकिन Proteas ने वापसी करने का मन बना लिया था। उन्होंने 44/2 से स्कोर को 74/7 कर दिया। ऐसा लगने लगा था कि मैच पूरी तरह से खुल चुका है।
South Africa vs Australia के मैच में साउथ अफ्रीका की तरफ से कगिसो रबाडा ने पांच विकेट लेकर जबर्दस्त वापसी की और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को बार-बार परेशान किया। वह अफ्रीका के सबसे कामयाब गेंदबाज़ों की लिस्ट में अब ऊपर चढ़ गए हैं।
स्टीव स्मिथ की क्लास और इतिहास रचने वाला दिन
ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी बल्लेबाज़ स्टीव स्मिथ एक बार फिर बड़े मौके पर बड़े खिलाड़ी साबित हुए। उन्होंने 66 रन की शानदार पारी खेली और लॉर्ड्स में सबसे ज़्यादा टेस्ट रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए, वह भी एक विदेशी बल्लेबाज़ के तौर पर। यह रिकॉर्ड उन्होंने 100 साल से भी पुराने एक कीर्तिमान को तोड़कर हासिल किया। स्मिथ की इस इनिंग ने मैच को स्थिरता दी, भले ही बाकी बल्लेबाज़ असहज दिखे।
केरी और स्टार्क की साझेदारी – संकट में सहारा
South Africa vs Australia के मैच में जब लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया 100 रन से पहले ही दूसरी पारी में ढेर हो जाएगा, तब एलेक्स केरी और मिशेल स्टार्क ने मोर्चा संभाला। इन दोनों के बीच हुई 70+ रन की साझेदारी ने मैच को फिर से ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में मोड़ दिया।
इस साझेदारी ने यह साफ कर दिया कि सिर्फ टॉप ऑर्डर ही नहीं, बल्कि ऑस्ट्रेलिया का निचला क्रम भी मुश्किल वक्त में गेम को खींच सकता है। यही बात उन्हें टेस्ट क्रिकेट की सबसे मजबूत टीम बनाती है।
मैदान और मौसम का प्रभाव
लॉर्ड्स की पिच ने दोनों ही टीमों के पेस अटैक को खुलकर खेलने का मौका दिया। स्विंग और सीम मूवमेंट दोनों देखने को मिला। मौसम भी थोड़ा बादलों भरा रहा, जिससे गेंदबाज़ों को अतिरिक्त मदद मिली। इन हालातों में बल्लेबाज़ी करना आसान नहीं था, और यह स्कोरकार्ड में साफ दिखाई दिया।
तीसरे दिन की रणनीति – खेल अभी बाकी है
अब तक के खेल को देखकर ऐसा लग रहा है कि ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पकड़ बना ली है। लेकिन साउथ अफ्रीका के पास अभी भी मौका है। अगर वे तीसरे दिन के शुरुआती घंटे में जल्दी विकेट चटका लें और ऑस्ट्रेलिया को 200 से पहले ऑलआउट कर दें, तो लक्ष्य का पीछा करना संभव हो सकता है।
वहीं अगर ऑस्ट्रेलिया 250 या उससे ऊपर की बढ़त बना लेता है, तो मैच उनके पक्ष में चला जाएगा क्योंकि साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज़ दूसरी पारी में भी कम दबाव में नहीं होंगे।
इतिहास में झांकें – 113 साल बाद लॉर्ड्स में भिड़ंत
South Africa vs Australia के मैच में एक दिलचस्प बात यह भी है कि 113 साल बाद लॉर्ड्स के मैदान पर “South Africa vs Australia” की फाइनल भिड़ंत हो रही है। आखिरी बार 1912 में ये दोनों टीमें यहां एक टेस्ट में आमने-सामने हुई थीं। इतिहास के पन्नों में ये मैच एक खास जगह बनाएगा, चाहे नतीजा कुछ भी हो।
निष्कर्ष
दूसरे दिन की घटनाओं ने “South Africa vs Australia” के इस WTC फाइनल को बेहद रोमांचक बना दिया है। ऑस्ट्रेलिया ने गेंदबाज़ी और नीचले क्रम की बल्लेबाज़ी से कमाल कर दिया, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने भी रबाडा की गेंदबाज़ी से दम दिखाया। तीसरे दिन का खेल तय करेगा कि कौन इस मुकाबले में बढ़त लेता है।
टेस्ट क्रिकेट के प्रेमियों के लिए यह मुकाबला एक परफेक्ट मिसाल है कि कैसे पांच दिन का खेल हर सेशन में एक नई कहानी सुनाता है। अब नज़रें तीसरे दिन पर – क्या साउथ अफ्रीका वापसी करेगा या ऑस्ट्रेलिया अपना दबदबा बरक़रार रखेगा?